राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड इन्स्ट्रूमेन्ट्स लिमिटेड ("मिनी रत्न" केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम, भारी उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार) ग्रामीण भारत का उत्थान, इलेक्ट्रॉनिक्स, अक्षय ऊर्जा और सूचना प्रौद्योगिकी समाधान के माध्यम से
माननीय श्री अरविंद गणपत सावंत, केन्द्रीय भारी उद्योग एवं लोक उद्यम मंत्री, भारत सरकार के कर कमलो द्वारा ई-मोबिलिटी को बढ़ावा देने के लिए, ई-वाहनों के चार्जिंग की सुविधा के लिए नई दिल्ली मे IOCL इंजिनीयर्स सर्विस स्टेशन, ज़ोर बाग पर रील द्वारा स्थापित किए गए डी सी फास्ट चार्जर डीसी-001 का दिनांक 22.08.2019 को लोकार्पण, श्री प्रवीन एल अग्रवाल संयुक्त सचिव, भारी उद्योग विभाग, भारत सरकार, डॉ. ए. के. जैन, प्रबन्ध निदेशक रील, व अन्य गणमान्य अथितियों और आईओसीएल एवं रील के अधिकारियों की उपस्थिती मे किया गया। लोकार्पण पश्चात, माननीय केन्द्रीय मंत्री व गणमान्य लोगो ने झंडी दिखा कर NH-8 पर IOCL COCO मानेसर के लिए इलेक्ट्रिक कार रैली को रवाना किया। डॉ. ए. के. जैन, प्रबन्ध निदेशक रील द्वारा eMobility को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता के तहत, IOCL COCO मानेसर तक एक इलेक्ट्रिक कार में यात्रा की और REIL द्वारा स्थापित डीसी फास्ट चार्जर का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर माननीय मंत्रीजी ने बताया कि आने वाला समय इलैक्ट्रिक मोबिलिटी का है तथा इसे सफल बनाने के लिए भारत सरकार के भारी उद्योग विभाग ने फ़ेम स्कीम के तहत चार्जिंग इनफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने के प्रयास के अंतर्गत REIL इस परियोजना में बहुत सक्रिय रूप से और कुशलता से काम कर रहा है। सरकार, देश मे इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडि प्रदान कर रही है, चूंकि पेट्रोल एवं डीजल के वाहनों की कीमत इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमत से अधिक है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत सरकार के मेक इन इंडिया मिशन के अंतर्गत देशभर मे जहां भी आईओसीएल के पैट्ररौल पम्प हैं वहाँ पर रील को ई-वाहनों के चार्जिंग की सुविधा के लिए चार्जिंग स्टेशन लगाने चाहिए, जिससे ना केवल वातावरण मे प्रदूषण की मात्र कम रहेगी बल्कि, पेट्रोल एवं डीजल को आयात किए जाने के लिए विदेशी मुद्रा मे कमी आएगी, जिससे देश की आर्थिक स्थिति और अधिक सुद्रड़ होगी।
श्री प्रवीन एल अग्रवाल संयुक्त सचिव, भारी उद्योग विभाग, ने भारत सरकार की “फ़ेम” स्कीम के बारे मे बताया एवं इलैक्ट्रिक मोबिलिटी के लिए राशि रु. 10,000/- करोड़ के कोष निश्चित किये जाने की जानकारी दी। उन्होने यह भी बताया कि DHI ने रांची, बंगलौर, गोवा, शिमला, हैदराबाद, आगरा और 5 राजमार्गों (दिल्ली-जयपुर, जयपुर-आगरा, आगरा-दिल्ली, दिल्ली-चंडीगढ़ एवं मुंबई-पुणे) में 350 इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन (AC SMART, DC-FAST & DC-FAST-100KW) की स्थापना के लिए एक और परियोजना को मंजूरी दी जा चुकी है। इनके अलावा बड़ी संख्या मे विभिन्न शहरों मे EV Charger लगाने की योजना प्रक्रियाधीन हैं। एचपीसीएल, आईओसीएल और बीपीसीएल जैसी विभिन्न तेल कंपनियां अपने पंप आउटलेट पर इन EV Charger को स्थापित करने की इच्छुक हैं।
इस अवसर पर रील के प्रबन्ध निदेशक डॉ. जैन ने बताया कि REIL ने भारत सरकार की मेक इन इंडिया पहल के तहत प्रतिष्ठित निर्माताओं के साथ तकनीकी सहयोग में इलेक्ट्रिकल व्हीकल चार्जर्स के निर्माण की योजना बनाई है। निर्माता की पहचान के लिए प्रक्रिया कंपनी द्वारा पहले ही शुरू कर दी गई है और इसके 8 क्षेत्रीय कार्यालयों के माध्यम से तेल सीपीएसई और यूटिलिटी कंपनियों के साथ ईवी चार्जिंग बुनियादी ढांचे को जोड़ने की योजना है। रील ने अभी तक तीन शहरों में 200 EV चार्जर्स (150 AC & 50 DC) मे लगाने का कार्य पूर्ण कर दिया है। REIL ने अभी तक, अंतर-शहर परिवहन के लिए EV मालिक और टैक्सी ऑपरेटरों की सुविधा के लिए जयपुर-दिल्ली और दिल्ली चंडीगढ़ राजमार्ग पर चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए हैं। उपरोक्त योजना के तहत स्थापित सभी चार्जिंग स्टेशन सरकारी पार्किंग क्षेत्रों जैसे नगर निगम, मेट्रो और रेलवे पार्किंग आदि में सार्वजनिक स्थानों पर हैं।
इस अवसर पर रील के “शेपिंग रुरल इंडिया थ्रू इलेक्ट्रॉनिक्स, अक्षय ऊर्जा एवं आई.टी. सोल्यूशन्स” की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए बताया कि उपक्रम द्वारा नवाचार को महत्व दिया जाता है। रील भारतीय अर्थव्यवस्था व समाज की प्रगति व विकास कि दिशा में कार्य कर रही है तथा राष्ट्रीय डेयरी योजना, सौर मिशन, मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया, स्वच्छ भारत मिशन तथा डबलिंग फार्मर्स इन्कम जैसे भारत सरकार के विभिन्न मिशनों से संरेखित करते हुए प्रोद्योगिको को ग्रामीण लोगों तक ला रही है। रील प्रोद्योगिकी के माध्यम से शहरी क्षेत्र को भी कवर कर रही है।