राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड इन्स्ट्रूमेन्ट्स लिमिटेड ("मिनी रत्न" केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम, भारी उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार) ग्रामीण भारत का उत्थान, इलेक्ट्रॉनिक्स, अक्षय ऊर्जा और सूचना प्रौद्योगिकी समाधान के माध्यम से
राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड इन्स्ट्रूमेन्ट्स लिमिटेड, (रील) जयपुर में “वार्षिक व्यवसायीक मीट” का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य कार्यालय एवं क्षेत्रीय कार्यालय के अधिकारियों ने भाग लिया। वहां मौजूद क्षेत्रीय अधिकारियों ने प्रेजेंटेशन के जरिये वित्तीय वर्ष 2015-16 की उपलब्धियों, चुनौतियों, नयी तकनीक पर आधारीत कार्यों एवं भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की। विशेष रूप से अब कम्पनी के सभी रीजनल ऑफिस सारे प्रॉडक्ट एवं सोल्युशंस में काम करेंगें। इस अवसर पर रील के प्रबन्ध निदेशक श्री ए.के. जैन ने समस्त अधिकारियों खास तौर पर क्षेत्रीय अधिकरियों का उत्साहवर्धन किया जो कि कम्पनी के “ब्रांड-एम्बेसेडर” हैं।
उन्होन यह भी बताया कि पिछले पांच वर्षो के कार्यो के परिणाम स्वरूप रील ने दुनियाभर में जगह बनाई है, अपने टर्नओवर को दोगुना, प्रॉफिट को 7 गुना व नेटवर्थ को 5 गुना तक बढाकर 100 करोड से भी ज्यादा किया है। श्री जैन ने अधिकारियों से कहा कि इसी काम से प्रेरणा लेते हुए हमें इस सफलता को आगे तक ले जाना है और नई ऊँचाईयों को छूना है। रील के लिए यह महत्वपूर्ण समय है। डेयरी व्यवसाय में अग्रणी रहतें हुए, सोलर के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के साथ ही रील नए कारोबार को जोडतें हुए आगे बढने की वचनबद्धता को दोहराया।
इसी क्रम में श्री जैन ने “’वार्षिक व्यवसायीक मीट” को संबोधित करते हुए कम्पनी के कर्मचारियों व अधिकारियों को अगले वर्ष तथा विजन 2020 को ध्यान में रखकर कर्तव्यनिष्ठा से काम करने के लिए उनका उत्साहवर्धन किया, जिससे कम्पनी विजन 2020 में 1000 करोड के चुनौतिपूर्ण कारोबारी लक्ष्य को प्राप्त कर सकें। श्री जैन ने कहा कि कम्पनी भारत सरकार के मेक इन इंडिया मिशन के तहत प्रतिवर्ष लगभग 10000 गांवो में अपना व्यवसाय बढाएगी। भविष्य में रील एक स्मार्ट फैक्टरी भी स्थापित करेगी जिससे डिजिटल तकनीक के माध्यम से उत्पादन प्रणाली के सभी चरणों में कच्चे माल से ग्राहक तक में कम्युनिकेशन एवं सुचारू रूप से निष्पादन हो पाएगा।