राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड इन्स्ट्रूमेन्ट्स लिमिटेड ("मिनी रत्न" केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम, भारी उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार) ग्रामीण भारत का उत्थान, इलेक्ट्रॉनिक्स, अक्षय ऊर्जा और सूचना प्रौद्योगिकी समाधान के माध्यम से
भारी उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार के अन्तर्गत, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम, राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड इन्स्ट्रूमेन्ट्स लिमिटेड (रील) जो कि ’’मिनि रत्ना’’ कम्पनी है, की दिनांक 27 सितम्बर, 2017 को सम्पन्न हुई शेयर धारको की 35वीं आम सभा में, कम्पनी ने वित्त वर्ष 2016-17 के लिए शेयर धारकों को 48 प्रतिशत लाभांश देने की घोषणा की। यह कम्पनी द्वारा दिया गया अब तक का सबसे अधिक लाभांश है।
इस अवसर पर कम्पनी के प्रबन्ध निदेशक श्री ए.के. जैन ने वर्ष 2016-17 का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया और बताया कि कम्पनी की नेट वर्थ 7 प्रतिशत की वृद्वि के साथ रू. 103.83 करोड़ से बढ़कर रू.110.72 करोड़ हो गई है तथा कम्पनी ने रू.233.03 करोड़ के कारोबार के साथ रू.17.33 करोड़ का कुल लाभ अर्जित किया है।
सुश्री मुग्धा सिन्हा, चेयरमैन रील ने बताया कि कम्पनी ने यह उन्नति नवीनीकृत उत्पादों, सौहार्दपूर्ण औद्योगिक सम्बन्धों एवं ग्राहकों के सतत् सहयोग से अर्जित की है तथा आने वाले समय में कम्पनी अपने ग्राहकों एवं सप्लायर्स के सहयोग से उत्तरोत्तर वृद्वि दर अर्जित करती रहेगी। उन्होने कर्मचारियों, सहयोगियों, ग्राहकों एवं शेयरधारको का आभार प्रकट किया।
इस अवसर पर श्री जैन ने बताया कि कम्पनी ने " Make in India " के प्रति प्रतिबद्धता के क्रम में स्वचालित स्ट्रिंगर मशीन को स्थापित किया है, जिससे 700 सैल्स प्रति घंटे की दर से सोलर स्ट्रिंग्स का उत्पादन होता है, जिससे कम कीमत के सोलर सैल्स का उत्पादन किया जाता है। कम्पनी द्वारा, सौर ऊर्जा के व्यवसाय में राष्ट्रीय सोलर मिशन के तहत विभिन्न समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किये गये हैं।