राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड इन्स्ट्रूमेन्ट्स लिमिटेड ("मिनी रत्न" केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम, भारी उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार) ग्रामीण भारत का उत्थान, इलेक्ट्रॉनिक्स, अक्षय ऊर्जा और सूचना प्रौद्योगिकी समाधान के माध्यम से
मुख्य रूप से कर्क रेखा के आस-पास से 20 सदस्य देशो के इंटरनेशनल सोलर अलायंस (आई.एस.ए.) के प्रतिनिधियों ने रील परिसर का दौरा किया। रील ने आई.एस.ए. के सदस्य देशो के प्रतिनिधियों का स्वागत किया और उन्हें इलेक्ट्रॉनिक्स एवं नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र के विनिर्माण सुविधा, रील की गुणवत्ता आशवासन नीति, अनुसंधान और विकास की गतिविधियों और कम्पनी के अन्य कार्यों के बारे में अवगत करवाया।
आई.एस.ए. सदस्य देशो के प्रतिनिधियों ने अक्षय ऊर्जा क्षेत्र मे सोलर पैनल मॉड्यूल एवं सिस्टम्स और डेयरी उत्पादों में इलेक्ट्रॉनिक मिल्क टैस्टर, स्वचलित दूध संग्रह स्टेशन और अल्ट्रा सोनिक एनालाइजर जैसे कम्पनी द्वारा विकसित एवं निर्मित उत्पादो का लाईव प्रदर्शन देखा। उन्होने ग्रामीण क्षेत्रो के उत्थान के लिए प्रयुक्त प्रौद्योगिकियों, उत्पादों और उनके अनुप्रयोगों में गहरी रूचि ली।
आई.एस.ए. सदस्य देशो के प्रतिनिधियों ने रील द्वारा किए गए कार्य की सराहना की, विशेष रूप से एसपीवी आधारित अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में और इन उत्पादों को उनके देशो के सामाजिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा देनें मे उपयोगी माना। प्रतिनिधियों ने सौर ऊर्जा आधारित उपकरणों के महत्व की सराहना की और श्री ए.के. जैन, प्रबन्ध निदेशक, रील को इस दौरे के लिए धन्यवाद देते हुए कहा की यह दौरा उनके देशो के ग्रामीण क्षेत्रों मे इसी तरह की परियोजनाओं को लागू करने मे बहुत मददगार साबित होगा।
इस अवसर पर श्री ए. के. जैन, प्रबन्ध निदेशक, रील ने दुनिया के सामने अब तक किए गए कार्यों और जलवायु परिवर्तन और मौजूदा पर्यावरण के मुद्दों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को साझा किया। श्री जैन ने दौरे के लिए प्रतिनिधियों को धन्यवाद दिया और उन्हें आशवासन दिया कि रील उनके देशो के ग्रामीण क्षेत्रों में इसी तरह की परियोजनाओं को लागू करने मे आवश्यक संसाधन और तकनीकी विशेषता प्रदान करेगी। कम्पनी निरंतर वृद्धि के लिए अपने प्रयास जारी रखेगी और पर्यावरण को संरक्षित रखते हुये विकास जारी रखेगी।