राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड इन्स्ट्रूमेन्ट्स लिमिटेड ("मिनी रत्न" केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम, भारी उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार) ग्रामीण भारत का उत्थान, इलेक्ट्रॉनिक्स, अक्षय ऊर्जा और सूचना प्रौद्योगिकी समाधान के माध्यम से
“मिनी रत्न’’ सीपीएसई रील, जयपुर अपने व्यवसायिक परिणाम एवं विकास के पथ पर अग्रसर है। माननीय केन्द्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग और जहाजरानी एवं रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री, श्री मनसुख मंडविया, माननीय केन्द्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री, श्रीमती कृष्णा राज और स्वच्छ भारत अभियान के ब्रांड एम्बेसेडर श्री राजू श्रीवास्तव द्वारा राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड इन्स्ट्रूमेन्ट्स लिमिटेड, (रील) के प्रबन्ध निदेशक श्री ए. के. जैन को ‘‘गवर्नेन्स नाओ पी.एस.यू.’’ पुरस्कार तकनीकी नवाचार श्रेणी में बिजनेस डायवर्सिफिकेशन के लिए नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में दिया गया।
रील जो कि भारी उद्योग एवं लोक उद्यम मंत्रालय भारत सरकार की सार्वजनिक क्षेत्र की ‘‘मिनी रत्न’’ कम्पनी है, जो कि गत 36 वर्षों से व्यवसायिक प्रबंधन एवं लाभ के पथ पर अग्रसर हैं। कम्पनी हमारे देश के गावों को इलैक्ट्रॉनिकी, सूचना प्रौद्योगिकी एवं अक्षय ऊर्जा समाधान उपलब्ध कराने के कार्यो में संलग्न है।
इस अवसर पर प्रबन्ध निदेशक श्री ए.के. जैन ने कम्पनी द्वारा ‘‘इलेक्ट्रॉनिक्स, ऊर्जा एवं सूचना प्रौद्योगिकी समाधानो के माध्यम से ग्रामीण भारत के विनिर्माण’’ की प्रतिबद्वता को दोहराया। श्री जैन ने बताया कि रील, भारत सरकार के ‘‘मेक इन इण्डिया’’ मिशन के तहत, अपने उत्पादों में ग्राहकों की जरूरत के अनुरूप गुणवत्ता बरकरार रखते हुए नवीनतम तकनीक का समावेश करती है। कम्पनी अपने विकास हेतु बडे पैमाने पर उत्पादों मे अभिनव परिर्वतन कर समाज के कल्याण पर जोर देती है। कम्पनी के पास भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त अनुसंधान एवं विकास केन्द्र है, जिसमें कम्पनी उत्पादो एवं सेवाओं मे सतत् विकास और सुधार हेतु कार्य किया जाता है। कम्पनी द्वारा विगत तीन वर्षों में अपने अनुसंधान एवं विकास केन्द्र और भारत सरकार के अनुसंधान एवं विकास केन्द्रों के साथ मिलकर विभिन्न उत्पादों जैसे कि डाटा प्रोसेसर यूनिट, इलेक्ट्रॉनिक मिल्क अडल्ट्रेशन टेस्टर, आटो इलेक्ट्रॉनिक मिल्क टेस्टर, सोलर ऑटो ट्रेकर इत्यादि का विकास किया। इन नवीन उत्पादों ने ग्राहको में आषा का संचार किया है और रील को डेयरी उद्योग में एक ब्राण्ड के रूप में स्थापित किया है। साथ ही इन नवीन उत्पादों का कम्पनी के उत्पादन एवं कारोबार में महत्वपूर्ण योगदान रहा हैं।
श्री जैन ने बताया कि रील भारतीय अर्थव्यवस्था और समाज की प्रगति और विकास के लिए योगदान दे रही है, और प्रौद्योगिकी को ग्रामीणो के साथ-साथ शहरी नागरिकों तक भारत सरकार के विभिन्न मिशनों जैसे राष्ट्रीय डेयरी योजना, सौर मिशन, मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया और स्वच्छ भारत मिशन को ध्यान में रख कर कार्य कर रही है।
श्री ए. के. जैन, प्रबन्ध निदेशक रील ने इस पुरस्कार के लिए आयोजकों, जूरी सदस्यों को धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होने भारी उद्योग एवं लोक उद्यम मंत्रालय, भारी उद्योग विभाग, भारत सरकार एवं राजस्थान सरकार को उनके सहयोग एवं दिशा-निर्देशन के योगदान को मान्यता दी।
इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए श्री जैन ने रील के कर्मचारियों को बधाई दी और आश्वासन दिया कि कम्पनी ग्रामीण उपभोक्ताओं के सामाजिक एवं आर्थिक विकास के लिए और अभिनव इलेक्ट्रानिक्स, अक्षय उर्जा एवं सूचना प्रौद्योगिक आधारित समाधान और सेवाओं में निरन्तरता बनायें रखेगी।