राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड इन्स्ट्रूमेन्ट्स लिमिटेड ("मिनी रत्न" केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम, भारी उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार) ग्रामीण भारत का उत्थान, इलेक्ट्रॉनिक्स, अक्षय ऊर्जा और सूचना प्रौद्योगिकी समाधान के माध्यम से
राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंट्स लिमिटेड (रील) जयपुर, ने भारी उद्योग और लोक उद्यम मंत्रालय, भारी उद्योग विभाग, भारत सरकार द्वारा निर्धारित अभी तक का सर्वाधिक राजस्व लक्ष्य रुपये 280 करोड़, जो पिछले वर्ष की तुलना में 17% अधिक है, वित्त वर्ष 2018-19 के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। श्री ए. के. जैन, प्रबंध निदेशक, रील एवं डॉ. ए. आर. सिहाग, माननीय सचिव, भारी उद्योग विभाग, भारी उद्योग और लोक उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार ने नई दिल्ली में वर्ष 2018-19 के व्यावसायिक लक्ष्यो के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
इस अवसर पर श्री ए. के. जैन ने कहा कि विकास व्यापक भौगोलिक पहुंच, विविधीकरण, नई तकनीक के अवशोषण, कॉर्पोरेट शासन और भारत सरकार के मेक इन इंडिया, राष्ट्रीय सौर मिशन, राष्ट्रीय डेयरी प्लान, डिजिटल इंडिया और कौशल भारत जैसे सरकार के मिशनो के साथ अपनी गतिविधियों को संरेखित करके उत्पाद में वृद्धि और लागत में कमी के माध्यम से किया जाएगा।