राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड इन्स्ट्रूमेन्ट्स लिमिटेड ("मिनी रत्न" केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम, भारी उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार) ग्रामीण भारत का उत्थान, इलेक्ट्रॉनिक्स, अक्षय ऊर्जा और सूचना प्रौद्योगिकी समाधान के माध्यम से
राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड इन्स्ट्रूमेन्ट्स लिमिटेड, (रील) द्वारा राजभाषा हिन्दी के प्रति जागरूकता बढाने के उद्देश्य से नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (नराकास) उपक्रम, जयपुर के तत्वाधान में महावीर सभागार, महावीर पब्लिक स्कूल, जयपुर में "कवि सम्मेलन" का आयोजन किया गया।
कवि सम्मेलन का उद्घटन रील के प्रबन्ध निदेशक श्री ए. के. जैन द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर, वरिष्ठ अधिकारीयो एवं आमंत्रित कवियों की गरिमामयि उपस्थिती में किया गया।
श्री ए के शारदा, अधिशाषी निदेशक व अध्यक्ष हिन्दी राजभाषा समिति, रील ने कार्यक्रम के प्रारम्भ में राजभाषा की प्रगति व रील द्वारा हिन्दी को बढावा देने की दिशा में किए गए कार्यो के बारे मे जानकारी दी।
इस "कवि सम्मेलन" में नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (नराकास) उपक्रम, जयपुर के सदस्यो, रील कर्मचारियो व उनके परिवार के सदस्यो, रील के स्टेक होल्डर्स व अन्य गणमान्य अतिथियो ने हिस्सा लिया।
इस "कवि सम्मेलन" में देश के ख्यातिनाम कवियों ने अपनी हास्य व्यंग रचनाओं से लोगो का मन मोह लिया। कवि सम्मेलन में जयपुर के श्री सम्पत सरल ने अपनी चिर-परिचित व्यंग्य रचनाओ से श्रोताओ को लोट-पोट कर दिया, बाराबंकी, उत्तर प्रदेश से पधारे कवि श्री गजेन्द्र प्रियांशु ने अपनी हास्य, रस व गीतों से श्रोताओं की तालियाँ बटोरी, गोरखपुर उत्तर प्रदेश की कवयित्रि सुश्री मनीषा शुक्ला ने अपनी चुटीली श्रंगार रस की रचनाओं से श्रोताओ को गुदगुदाया, वहीं नई दिल्ली के कवि श्री चिराग जैन ने मंच संचालन के साथ ही देश प्रेम और ओजस्वी कविताएं सुना कर वर्तमान परिस्थितियो पर कटाक्ष किया।
श्री ए. के. जैन, प्रबन्ध निदेशक, रील ने आमंत्रित कवियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम के अन्त में श्री पीयूष पालीवाल, महाप्रबन्धक, रील ने सभी का धन्यवाद व आभार व्यक्त किया, साथ ही बताया की इस तरह के कवि सम्मेलनों के आयोजनों से कर्मचारियों में हिन्दी राजभाषा के प्रति प्रेम व लगाव की प्रवृत्ति को बढावा मिलेगा जो कि देशहित में एक सार्थक प्रयास होगा।