राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड इन्स्ट्रूमेन्ट्स लिमिटेड ("मिनी रत्न" केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम, भारी उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार) ग्रामीण भारत का उत्थान, इलेक्ट्रॉनिक्स, अक्षय ऊर्जा और सूचना प्रौद्योगिकी समाधान के माध्यम से
राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस के अवसर पर इन्द्रलोक ऑडिटोरियम, जयपुर में आयोजित 9वें राजस्थान ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार-2018 वितरण समारोह में श्री ए.के. जैन, प्रबन्ध निदेशक, रील की अध्यक्षता में रील को ’’राजस्थान ऊर्जा संरक्षण पुरूस्कार-2018’’ के प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया। श्री पीयूष पालीवाल, अधिषाषी निदेशक (परियोजना), रील को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार श्री बी. के दोसी, प्रबन्ध निदेशक, आर.आर.ई.सी. व अन्य गणमान्य अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति में दिया गया।
रील को यह पुरस्कार Rajasthan Renewable Energy Corporation Limited द्वारा Government Building - Office Building category में कुशल ऊर्जा प्रबंधन के लिए दिया गया है।
रील, भारी उद्योग एवं लोक उद्यम मंत्रालय भारत सरकार के अन्तर्गत केन्द्रीय सार्वजनिक क्षेत्र की ’’मिनी रत्न’’ कम्पनी है, जो कि गत 37 वर्षों से व्यवसायिक प्रबंधन एवं लाभ के पथ पर अग्रसर है। कम्पनी इलैक्ट्रॉनिकी, सूचना प्रौद्योगिकी एवं अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में कार्यरत है।
इस अवसर पर प्रबन्ध निदेशक, रील, श्री ए.के. जैन ने बताया कि रील ने अपने संस्थान में वर्ष 2016-17 की तुलना में वर्ष 2017-18 में 0.64 लाख यूनिट कुल (49%) बिजली की बचत की है। रील ने अपने Manufacturing Process व office building में मौजूदा विनिर्माण उपकरणों की जगह ऊर्जा कुशल उपकरणों के उपयोग से व विनिर्माण प्रक्रिया में संषोधित तरीको से 0.04 लाख यूनिट बिजली की बचत की और बिजली बचाने के अन्य तरीकों के उपयोग से सस्थान की Building व परिसर में बिजली उपभोग में 0.60 लाख यूनिट की कमी की, साथ ही 0.01 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन सौर ऊर्जा के माध्यम से करके यह पुरस्कार हासिल किया।
रील के प्रबन्ध निदेशक श्री ए.के. जैन ने आयोजको के साथ जूरी, भारी उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार, विद्युत मंत्रालय, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय, आर. आर. ई. सी. राजस्थान सरकार से प्राप्त मार्गदर्शन का आभार व्यक्त किया।
इन प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए श्री जैन ने रील के कर्मचारियों को बधाई दी और कहा कि कम्पनी ऊर्जा संरक्षण के महत्व को ध्यान में रखते हुए ग्रामीण जनता के सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स, सूचना प्रौद्योगिकी एवं अक्षय ऊर्जा आधारित उत्पादों और सेवाओं में निरन्तरता को बनाये रखेगी।