राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड इन्स्ट्रूमेन्ट्स लिमिटेड ("मिनी रत्न" केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम, भारी उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार) ग्रामीण भारत का उत्थान, इलेक्ट्रॉनिक्स, अक्षय ऊर्जा और सूचना प्रौद्योगिकी समाधान के माध्यम से
नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (उपक्रम) जयपुर के तत्वावधान में, राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड इन्स्ट्रूमेंट्स लिमिटेड, जयपुर द्वारा राजभाषा हिन्दी के प्रति अपने समर्पित प्रयासों की शृंखला में “आज का व्यवसायी सामाजिक सरोकार के लिए उत्तरदायी है” विषय पर “हिन्दी वाद-विवाद प्रतियोगिता” का आयोजन मालवीय राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जयपुर के संयोजन में मालवीय राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जयपुर परिसर स्थित मालवीय सभागार, “प्रभा-भवन” में किया गया। इस वाद-विवाद प्रतियोगिता में नराकास (उपक्रम) जयपुर के 17 सदस्य उपक्रमों से आए हुये 17 प्रतिभागियों द्वारा भाग लिया गया। आए हुये सभी प्रतिभागियों द्वारा निर्धारित विषय पर पक्ष एवं विपक्ष में अपने अपने तार्किक मत प्रस्तुत किए।
प्रबंध निदेशक श्री ए.के. जैन द्वारा उपस्थित सभी प्रतिभागियों को उनके राजभाषा हिन्दी के प्रति लगाव को देखते हुये उनकी सराहना कर उनका उत्साहवर्धन किया और विजेताओं को स्मृति चिन्ह एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर प्रबंध निदेशक श्री ए.के. जैन ने बताया कि सामाजिक निगमित उत्तरदायित्व (सी.एस.आर.) रील के व्यवसाय का एक अभिन्न अंग हैं और कम्पनी के उदेष्यों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसके अंतर्गत कम्पनी समाज एवं विद्यालयों के उत्थान में शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में अपने उत्पादो एवं कर्मचारियो के सहयोग के माध्यम से महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। कम्पनी अपने सामाजिक दायित्वों के प्रति वचनबद्ध है और आगे भी समय-समय पर सी.एस.आर. के तहत विभिन्न गतिविधियों को जारी रखेगी, जिससे आस पास के ईलाकों को सौर ऊर्जा के महत्व व उसके उपयोग के बारे में जागरूक किया जा सकें । साथ ही श्री जैन ने कहा की समाज एवं हितधारको के प्रति कम्पनी के दायित्व, कम्पनी के विजन को पूरा करने में समाज से प्राप्त मानव संसाधन, सामग्री एवं सेवाओं के बदले, सामाजिक निगमित दायित्व पूरा करते हुए, समाज के उत्थान में किए गये कार्यो के बदले, मिली खुशी को व्यक्त नहीं किया जा सकता।
इस अवसर पर श्री ए.के. जैन ने बताया कि देश मे कार्यरत समस्त सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों के कर्मचारीगण अपनी दैनिक क्रियाविधियों में राजभाषा हिन्दी को बढ़ावा देने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है एवं राजभाषा हिन्दी का प्रयोग प्रगामी स्तर पर करने के लिए प्रयासरत हैं, साथ ही राजभाषा हिन्दी को बिना किसी संकोच के साथ अपनी दैनिक गतिविधियों शामिल कर राजभाषा हिन्दी के प्रचार प्रसार में अपनी भूमिका निभा रहे है।
श्री जैन ने हिन्दी वाद-विवाद प्रतियोगिता के आयोजन में मालवीय राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जयपुर द्वारा दिये गए सहयोग के लिए आभार प्रकट किया। अंत में प्रबंध निदेशक श्री ए.के. जैन द्वारा प्रतियोगिता के सभी विजेता प्रतिभागियों को बधाई दी। इस अवसर पर अधिशाषी निदेशक (परियोजना) एवं अध्यक्ष (हिन्दी राजभाषा समिति) रील श्री पीयूष पालीवाल, प्रोफ़ेसर, विद्युत अभियांत्रिकी विभाग, मालवीय राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जयपुर श्री अशोक अग्रवाल एवं प्राचार्य श्री महावीर जैन दिगंबर उच्च माद्यमिक विधालय, जयपुर श्री राजेंद्र मोहन शर्मा भी उपस्थित थे।