राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड इन्स्ट्रूमेन्ट्स लिमिटेड ("मिनी रत्न" केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम, भारी उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार) ग्रामीण भारत का उत्थान, इलेक्ट्रॉनिक्स, अक्षय ऊर्जा और सूचना प्रौद्योगिकी समाधान के माध्यम से
बिहार के माननीय मुख्यमंत्री, श्री नीतीश कुमार ने भारतीय डेयरी संघ (आई.डी.ए. ईस्ट ज़ोन) द्वारा आयोजित 47वें डेयरी उद्योग सम्मेलन और प्रदर्शनी का उद्घाटन उपमुख्यमंत्री, श्री सुशील कुमार मोदी और पशुपालन एवं मत्स्य मंत्री, श्री पशुपति के. पारस की अनुग्रहपूर्ण उपस्थिति में पटना में किया। उन्होंने रील पैवेलियन का भी उद्घाटन किया और कंपनी द्वारा नवीनतम नवाचार और तकनीकी उपयोग करके किसान की आय को दोगुना करने के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की।
इस अवसर पर, रील के प्रबंध निदेशक, श्री ए. के. जैन ने "सटीक डेयरी फार्मिंग के लिए फार्म स्वचालन और निर्णय सहायता प्रणाली" पर एक सत्र की अध्यक्षता की। सत्र के दौरान, उन्होंने आईओटी जैसी आगामी प्रौद्योगिकी और डेयरी क्षेत्र में इसके उपयोग पर जोर दिया, दूध उत्पादन बढ़ाने के मामले में लाभ, प्रक्रियाओं में पारदर्शिता लाने और डेयरी उद्योग को व्यवस्थित करने पर जोर दिया। उन्होंने स्वास्थ्य की निगरानी और मवेशियों के आहार के लिए मवेशियों का डेटाबेस बनाने की बात कही। उन्होंने आयोजकों को भी धन्यवाद दिया और पटना में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर कार्यक्रम आयोजित करने के लिए सराहना की।
इस अवसर पर, रील ने अपने उत्पादों को प्रदर्शित किया। खरीद, गुणवत्ता और खाद्य सुरक्षा के लिए उद्योग के साथ गठबंधन किया। इवेंट में कंपनी ने उत्पाद रेंज में नए नवाचार का प्रदर्शन किया जैसे सेंसर आधारित ऑटो ईएमटी और अगली पीढ़ी के डेटा प्रोसेसर इकाई और सोमैटिक सेल काउंटर । मेक इन इंडिया मिशन के तहत मिल्कोट्रोनिक्स, बुलगेरिया के सहयोग से कंपनी द्वारा निर्मित अल्ट्रासोनिक मिल्क एनालाइजर का भी प्रदर्शन किया गया।
सुश्री कैरोलीन एमोंड, महानिदेशक आई.डी.एफ., डॉ. जी.एस.राजोरिया, अध्यक्ष आई.डी.ए. और सम्पूर्ण देश के विभिन्न गणमान्य व्यक्तियों ने रील पैवेलियन का अवलोकन किया और भारतीय डेयरी उद्योग के लिए रील के नवाचार की सराहना की।
सम्मेलन के दूसरे दिन श्री राकेश चोपड़ा, महाप्रबंधक, रील ने तकनीकी सत्र के दौरान "वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धा करने के लिए गैर-पारंपरिक ऊर्जा का उपयोग करके डेयरी उत्पाद की विनिर्माण लागत में कमी" पर प्रस्तुति दी।