राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड इन्स्ट्रूमेन्ट्स लिमिटेड ("मिनी रत्न" केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम, भारी उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार) ग्रामीण भारत का उत्थान, इलेक्ट्रॉनिक्स, अक्षय ऊर्जा और सूचना प्रौद्योगिकी समाधान के माध्यम से
राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संस्थान (NISE) एवं नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRE), भारत सरकार द्वारा प्रायोजित 10-दिवसीय “रूफटॉप सोलर ग्रिड इंजीनियर कौशल विकास कार्यक्रम” का समापन रील परिसर मे दिनांक 19 मार्च 2019 को हुआ। यह 10-दिवसीय कार्यक्रम दिनांक 06 मार्च, 2019 से 19 मार्च, 2019 तक चला।
कार्यक्रम के समापन की अध्यक्षता डॉ. ललित के. पंवार, कुलपति, राजस्थान ILD कौशल विश्वविद्यालय (RISU) ने की। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि श्री अनिल गुप्ता, प्रबंध निदेशक, आर.आर ई.सी. एवं श्री ए.के. जैन, प्रबंध निदेशक, रील भी उपस्थित थे। इस अवसर पर रील के उच्च अधिकारियों ने सक्रिय रूप से अपनी भागीदारी निभाई तथा कार्यक्रम में आये प्रतिभागियों को कार्यक्रम के बारे में विस्तृत रूप से बताया।
इस अवसर पर डॉ. ललित के. पंवार, कुलपति, राजस्थान ILD कौशल विश्वविद्यालय (RISU) ने सौर ऊर्जा के क्षेत्र मे उनके द्वारा किए गए कार्यों और अनुभवो को प्रतिभागियों के साथ साझा किया और बताया कि आने वाला समय सूर्य से प्राप्त सौर ऊर्जा का ही है जिसके बारे मे हम सभी को जानकारी जुटानी चाहिए और सौर ऊर्जा के उत्पादन एवं निष्पादन की प्रक्रिया मे अधिकाधिक प्रयास करने चाहिए।
श्री ए.के. जैन, प्रबंध निदेशक, रील ने बताया कि भारत सरकार के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय एवं राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संस्थान (NISE) द्वारा संचालित कार्यक्रम के तहत रूफटॉप सोलर सिस्टम्स के इंस्टॉलेशन के क्षेत्र में कौशल विकास के उद्देश्य से रील द्वारा उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उन्होने बताया कि रील ने इस दस दिवसीय कार्यक्रम मे सभी प्रतिभागियों को प्रशिक्षण विषय पर तकनीकी और व्यावहारिक ज्ञान के निर्माण के प्रयास किए तथा सरकारी कार्यालयों एवं प्रीमियम तकनीकी संस्थानों के Expert Faculty द्वारा विषयवस्तु पर अपने विचार और अनुभवों को प्रतिभागियों से साझा किया जिससे उन्हे इस विषय को समझने में बेहतर मदद मिल सकेगी और वे “रूफटॉप सोलर ग्रिड” तकनीक का निष्पादन कुशलता से कर पाने मे सक्षम होंगे। श्री जैन ने बताया कि इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम से न केवल उद्यमी, स्टार्टअप, टेक्नोक्रेट्स और अन्य लोगों को फायदा हुआ, बल्कि सरकारी मिशनों को बनाने के लिए आवश्यक कुशल जनशक्ति के अंतर को भरने के लिए सौर उद्योगों के लिए वरदान साबित होगा। प्रशिक्षण की अवधि के दौरान प्रतिभागियों को जयपुर एवं जयपुर से बाहर रील द्वारा स्थापित विभिन्न “रूफटॉप सोलर ग्रिड सिस्टम” का दौरा भी करवाया गया, जिससे उनको on the spot इसकी कार्य प्रणाली को समझने मे मदद मिली।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि श्री अनिल गुप्ता, प्रबंध निदेशक, आर.आर ई.सी. ने बताया कि रील, जो कि भारी उद्योग विभाग, भारी उद्योग और लोक उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत एक केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम, देश भर मे सौर ऊर्जा के क्षेत्र मे अच्छा कार्य कर रही है, और रील द्वारा आयोजित यह दस दिवसीय कार्यक्रम सौर ऊर्जा के क्षेत्र मे एक सरहनीय प्रयास है।
इस अवसर पर राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संस्थान (NISE) की शोध वैज्ञानिक सुश्री स्वाति ने इस दस दिवसीय कार्यक्रम के सफलतापूर्वक आयोजन के लिए रील के प्रयासो को सराहा और कार्यक्रम मे सम्मिलित लगभग 40 प्रतिभागियों को भारत सरकार के सौर ऊर्जा मिशन के अंतर्गत सौर ऊर्जा के क्षेत्र मे विभिन्न योजनाओं से अवगत कराया।
सभी प्रतिभागीयों को मंचासीन अधिकारियों द्वारा प्रमाण पत्र दिया गया।
इस अवसर पर रील द्वारा सभी प्रतिभागियों व नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय, भारत सरकार एवं राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संस्थान (NISE) का धन्यवाद ज्ञापित किया गया।