राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड इन्स्ट्रूमेन्ट्स लिमिटेड ("मिनी रत्न" केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम, भारी उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार) ग्रामीण भारत का उत्थान, इलेक्ट्रॉनिक्स, अक्षय ऊर्जा और सूचना प्रौद्योगिकी समाधान के माध्यम से
राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड इन्स्ट्रूमेंट्स लिमिटेड परिसर में आज दिनांक 21 मई 2019 को आतंकवाद विरोधी दिवस मनाया गया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों की शुरुआत उपक्रम के प्रबन्ध निदेशक श्री ए.के.जैन द्वारा सभी कर्मचारियों को आतंकवाद विरोधी शपथ दिलाकर की गयी।
इस अवसर में उपक्रम के कर्मचारियों के एक समूह द्वारा आतंकवाद के प्रति सभी में जागरूकता लाने के उद्देश्य से एक नुक्कड़ नाटक की रोचक प्रस्तुति भी दी गयी। नुक्कड़ नाटक में विभिन्न दृश्यों के माध्यम से आतंकवाद के विषद परिणामों एवं इसे समूल समाप्त करने के लिए सभी लोगो को अपनी दैनिक गतिविधियों के दौरान जागरूक होने के साथ साथ सभी लोगो को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से सजग रहने हेतु प्रेरित किया, जिसे सभी कर्मचारीयों द्वारा सराहा गया।
कार्यक्रमों की शृंखला में सभी कर्मचारियों के समूह के साथ एक परिचर्चा सत्र का आयोजन भी किया गया। इस सत्र में कम्पनी प्रबन्ध निदेशक श्री ए.के.जैन ने बताया कि आज के समय में दुनिया जिन समस्याओं का सामना कर रही है, उनमें सबसे बड़ी और अहम समस्या आतंकवाद है। आतंकवाद के कारण हजारों लोगों को दुनिया में अपनी जान गंवानी पड़ी है और भारत समेत कई देशों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। इस दिवस के आयोजन का मकसद लोगों को आतंकवाद के समाज विरोधी कृत्य से लोगों को अवगत कराना है।
श्री जैन ने बताया कि कर्मचारियों को बिना किसी भय के कार्य करना चाहिए और स्वयं को जीवन की विषम परिस्थितियों के अनुकूल बनाना चाहिए साथ ही अपने बच्चों को शिक्षा के साथ साथ व्यावहारिक ज्ञान की शिक्षा भी देनी चाहिए जिससे उनमे एक अच्छे चरित्र का निर्माण हो सके। उन्होने देश में हुई आतंकवादी घटनाओं से जुड़े अपने जीवन के अनुभवों को साझा किया और बताया कि किस तरह मानसिक संतुलन बनाते हुये आतंकी घटनाओं से प्रभावित नहीं होते हुये कार्यालयी दौरे पर अपनी उद्देश्यों की प्राप्ति की।
इस अवसर पर श्री जैन ने बताया कि आतंकवाद से लड़ने ओर इसकी रोकथान के समुचित प्रयासों की दिशा में सभी लोगो को जागरूक होकर कार्य करना करना चाहिए। आतंकवाद को रोकने की दिशा में शांति और मानवता का संदेश फैलाना, आतंकी गुटों और वे कैसे आतंकी हमलों को अंजाम देने की योजना बनाते हैं, उसके बारे में लोगों के बीच जागरूकता पैदा करना, लोगों के बीच एकता को बढ़ावा देने जैसे संदेशो का प्रसार, युवाओं को शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान कर देश में आतंकवाद, हिंसा के खतरे और उनके समाज, लोगों और पूरे देश पर खतरनाक असर के बारे में जागरूकता पैदा करना आदि के माध्यम से काफी हद तक इस विश्वव्यापी समस्या से निजात पायी जा सकती है।
परिचर्चा सत्र के दौरान सभी कर्मचारियों द्वारा परस्पर संवाद के माध्यम से अपने अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर उपक्रम के अधिशाषी निदेशक श्री पीयूष पालीवाल द्वारा भी अपने विचार व्यक्त किए। इस परिचर्चा सत्र में उपक्रम के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।