राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड इन्स्ट्रूमेन्ट्स लिमिटेड ("मिनी रत्न" केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम, भारी उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार) ग्रामीण भारत का उत्थान, इलेक्ट्रॉनिक्स, अक्षय ऊर्जा और सूचना प्रौद्योगिकी समाधान के माध्यम से
राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड इन्स्ट्रूमेंट्स लिमिटेड के नवनिर्मित भवन ‘रील हाउस’ सभागार में दिनांक 04 फरवरी 2020 को सभी महिला प्रतिभागियों के लिए महिला सशक्तिकरण एवं नेतृत्व विकास (Women Empowerment & Leadership Development) पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत उपक्रम के प्रबन्ध निदेशक डॉ. ए.के. जैन द्वारा की गयी।
इस कार्यशाला में सुश्री अनुपमा शर्मा, वित्तीय सलाहकार, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, राजस्थान सरकार द्वारा मापदंड बिन्दुओं एवं महिला सशक्तिकरण एवं नेतृत्व विकास के उद्देश्य से सभी महिला प्रतिभागियों को अपने दैनिक कार्यशैली में कार्य-जीवन के संतुलन में अपने व्यक्तिगत कार्यों के साथ साथ अपने करियर को आगे बढ़ाने के अवसरों, कार्यस्थल की आवश्यकता के अतिरिक्त, परिवार, दोस्तों, सामुदायिक भागीदारी, आध्यात्मिकता, व्यक्तिगत विकास, आत्म-देखभाल और अन्य व्यक्तिगत गतिविधियों के मध्य संतुलन कैसे किया जावें, आधारित पहलुओं पर व्याख्यान किया गया।
इस कार्यशाला में रील की महिला कर्मचारियों एवं विश्व के 11 देशों से चयनित 60 सोलर मम्माओं ने भाग लिया जो कि, भारत सरकार, विदेश मंत्रालय द्वारा जारी भारतीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग (The Indian Technical & Economic Cooperation-ITEC) कार्यक्रम के तहत बेयरफुट कॉलेज, तिलोनिया, अजमेर में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही है। ये महिलाएं विभिन्न देशों के परिवारों से चुनी जाती है, और इनको महिला सशक्तिकरण एवं नेतृत्व कौशल (Women Empowerment & Leadership Skills) को ध्यान में रखते हुये तकनीकी क्षमता विकसित कर, उद्यमिता (Entrepreneurship) का प्रशिक्षण दिया जाता है।
इस अवसर पर श्री जैन ने बताया कि रील, विकासशील देशों के पेशेवरों और लोगों को भारत में उत्कृष्टता के विभिन्न केंद्रों में अद्वितीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम जो उन्हें न केवल पेशेवर कौशल के साथ सशक्त बनाती है, बल्कि तेजी से वैश्विक दुनिया के लिए तैयार करती है एवं सदैव महिला सशक्तिकरण की दिशा में कार्य करने, महिला के प्रति सकारात्मक व्यावहारिक कार्यप्रणाली लागू कर महिलाओं को उनके दायित्वों के निर्वाह तथा दैनिक कार्यविधियों में संतुलन के साथ- साथ उन्हें प्रोत्साहन प्रदान किया करता है।
इस कार्यशाला में सभी महिला प्रतिभागियों द्वारा परस्पर संवाद के माध्यम से अपने अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर उपक्रम के अधिशाषी निदेशक श्री पीयूष पालीवाल एवं महाप्रबन्धक श्री एम.बी. माथुर ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस परिचर्चा सत्र में उपक्रम के वरिष्ठ अधिकारीगण भी उपस्थित थे।