श्री ए.के. जैन, प्रबन्ध निदेशक, रील द्वारा माननीय मंत्री श्री अनंत गीते, भारी उद्योग और लोक उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार एवं श्री राजन एस. कटोच, सचिव, भारी उद्योग विभाग की अनुग्रह उपस्थिति में अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक, इन्स्ट्रूमेन्टेशन लिमिटेड कोटा (होल्डिंग कम्पनी) को लाभांश राशि रूपयें 1.03 करोड का लाभांश का भुगतान किया। रील द्वारा पिछले चार वर्षों से लगातार उच्चतम लाभांश दिया जा रहा है।
इस अवसर पर माननीय मंत्री श्री अनंत गीते, भारी उद्योग और लोक उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार ने रील के काम को स्वीकार करते हुए बल दिया कि पीसयू को सरकार के ’’मेक इन इंडिया’’ लक्ष्य के साथ काम करना चाहिए और अपनी गतिविधियों से भारत को एक वैष्विक विनिर्माण केन्द्र बनाने में ध्यान केन्द्रित करें। उन्होंने कहा कि देश सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योगों के लिए असिमित विकास क्षमता प्रदान करता। घरेलू मूल्य संवर्धन और तकनीकी गहराई बढाने के लिए, रील को विविधिकरण पर ध्यान केन्द्रित करने की सलाह दी।
श्री ए.के. जैन, प्रबन्ध निदेशक, रील ने बताया कि रील देश में एक सबसे बडा ऑफ ग्रिड एसपीवी समाधान प्रदाता है, साथ ही डेयरी उत्पादों से डेयरी क्षेत्र में भी अपनी प्रधानता बनाए हुए है। मेगावाट एसपीवी विद्युत परियोजनाओं के लिए बाजार की मौजूदा परिद्श्य को देखते हुए, कंपनी अपनी रणनीति बदल रही है और सौर पीवी क्षेत्र में प्रचलित व्यापार मॉडल के साथ तालमेल करने का लक्ष्य रखा है। उन्होने कहा कि कम्पनी अभिनव समाधान के माध्यम से विविधीकरण और जटिल भौगोलिक पहुंच पर ध्यान दे रही हैं। उन्होनें भारी उद्योग और लोक उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार और राजस्थान सरकार को उनके समर्थन एवं मार्गदर्शन हेतु धन्यवाद दिया।