राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड इन्स्ट्रूमेन्ट्स लिमिटेड ("मिनी रत्न" केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम, भारी उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार) ग्रामीण भारत का उत्थान, इलेक्ट्रॉनिक्स, अक्षय ऊर्जा और सूचना प्रौद्योगिकी समाधान के माध्यम से
नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (उपक्रम) जयपुर की 43वीं अर्धवार्षिक बैठक का आयोजन दिनांक 24.02.2022 को राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड इन्स्ट्रूमेंट्स लिमिटेड (रील), जयपुर के संयोजन में ऑनलाइन माध्यम से किया गया। इस बैठक में 32 सदस्य उपक्रमों द्वारा भाग लिया गया।
इस अवसर पर श्री राकेश चौपड़ा, अध्यक्ष, नराकास (उ) जयपुर एवं प्रबन्ध निदेशक रील, जयपुर ने हिन्दी के बढ़ते प्रभाव को देखते हुये अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हो रहे प्रयासो की सराहना की। उन्होंने बताया कि आधुनिक तकनीक के माध्यम से अब कम्प्यूटर पर हिन्दी में कार्य करना सुगम हो गया है। इस अवसर पर उन्होने नराकास (उ) जयपुर के सभी सदस्य उपक्रमों के प्रमुखो से आव्हान किया कि वे अपने दैनिक कार्यालय कार्यो में हिन्दी का अधिक से अधिक उपयोग करने के लिए अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को प्रेरित करें जिससे हिन्दी का उत्तरोत्तर विकास हो सकें।
राजभाषा के महत्व पर जोर देते हुये अध्यक्ष, नराकास (उ) जयपुर ने बताया कि देश में एकता बनाए रखने के लिए राष्ट्र भाषा बेहद जरुरी है। राष्ट्र भाषा का उपयोग हम देश के किसी भी कोने में दूसरे लोगों से अपना तालमेल बढ़ाने के लिए कर सकते है। राष्ट्र भाषा हमे मानसिक सन्तोष की अनुभूति करवाती है। हिंदी भाषा हमारे जीवन मूल्यों, संस्कृति एवं संस्कारों की सच्ची संवाहक, संप्रेषक और परिचायक भी है।
इस अवसर पर Resolve@75 विषयवस्तु पर आधारित “उभरता भारत, गांधी जी की शिक्षा” पर आधारित एक नुक्कड़ नाटक का आयोजन भी किया गया, जिसमे कम्पनी के कर्मचारियों द्वारा मंचन कर गाँधी जी के विचारों पर एक संदेश देकर सभी को प्रेरित किया।
बैठक में श्री कुमार पाल शर्मा जी, उप निदेशक कार्यान्वयन, उत्तरी क्षेत्रीय कार्यान्वयन कार्यालय-1, राजभाषा विभाग, भारत सरकार भी उपस्थित थे। नराकास (उ) जयपुर द्वारा राजभाषा हिन्दी के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुये सभी सदस्यों को राजभाषा के प्रगामी प्रयोग हेतु “कलम से कम्प्यूटर तक” हिन्दी के प्रयोग का आव्हान किया। उन्होने “सभी हिन्दी में काम करेंगे, सभी काम हिन्दी में करेंगे” को राजभाषा हिन्दी के प्रचार प्रसार का आधार बनाकर कार्य करने का आग्रह किया।